ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शनि देव को न्याय का कारक कहा गया है। अगर किसी को शनि ग्रह की कृपा प्राप्त हो, तो वह रंक से राजा बन सकता है वहीं अगर शनि का अशुभ प्रभाव पड़ रहा हो, तो व्यक्ति को बड़ा नुकसान होने का डर रहता है। अच्छे-बुरे कर्मों के अनुसार फल देने का काम भी शनि देव ही करते हैं।

शनि देव मीन राशि में हैं और मीन राशि में रहते हुए ही शनिदेव 13 जुलाई 2025 को वक्री होने जा रहे हैं। शनि देव के वक्री होने से कुछ राशियों के लोगों को फायदा होगा, तो वहीं इस दौरान कुछ जातकों को नुकसान होने का डर है। इस ब्लॉग में हम आपको उन राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें शनि के वक्री होने पर मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके
शनि के वक्री होने से नुकसान
वृषभ राशि
शनि ग्रह वृषभ राशि के भाग्य स्थान और कर्म भाव के स्वामी हैं जो अब आपके लाभ भाव में वक्री हो रहे हैं। इस दौरान आपको मिल रहे सकारात्मक परिणामों में कमी आ सकती है। अब तक आपको जो फायदा हो रहा था, अब उसमें कमी आने का डर है। पहले की तुलना में अब आपको कम अच्छे परिणाम मिलेंगे। शायद आपको अपनी इच्छा के अनुसार परिणाम या फल न पाए। आपको इस दौरान मुनाफा होने की उम्मीद कम है। अगर आपकी सेहत पहले से खराब चल रही है, तो अब आपको और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। आपको अपने कार्यों में विलंब या कठिनाईयां देखनी पड़ सकती हैं। आप शिव मंदिर में काले तिल के लड्डू चढ़ाएं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए शनि ग्रह आपकी कुंडली में आठवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ भाग्य भाव के भी स्वामी माने जाते हैं। अब यह दसवें भाव में वक्री हो रहे हैं जिसे अच्छा नहीं माना जाता है। भले ही इस समय आपको कोई बड़ा नुकसान न हो लेकिन कोई फायदा भी नहीं होगा। काम न बन पाने की वजह से आपको निराशा महसूस हो सकती है। नौकरीपेशा जातकों को भी अड़चनें देखनी पड़ सकती हैं। आपके कार्यों में किसी न किसी तरह से देरी होती रहेगी। सामाजिक मामलों में जागरूक रहेंगे, तो आप अपमान होने की स्थिति से बच सकते हैं।
ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें
सिंह राशि
शनि ग्रह सिंह राशि के छठे तथा सातवें भाव के स्वामी हैं। अब वह आपके आठवें भाव में वक्री हो रहे हैं। इस दौरान शनि के अशुभ प्रभाव की वजह से आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। अगर आपको पहले से ही पेट से जुड़ी परेशानियां रही हैं जैसे कि कब्ज, तो अब आपको समय पर दवा लेनी चाहिए और सेहत के मामले में लापरवाही बिल्कुल भी नहीं बरतनी चाहिए। लोगों से विनम्रता से बात करें और किसी भी तरह का कोई बड़ा जोखिम न उठाएं। परिवार से जुड़े मामलों में सावधानी बरतें। इस समय आपको अच्छे परिणाम पाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। काली उड़द की पकौड़ी बनाकर गरीबों में बांटें।।
कालसर्प दोष रिपोर्ट – काल सर्प योग कैलकुलेटर
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए शनि ग्रह आपके लाभ भाव के स्वामी होने के साथ-साथ व्यय भाव के भी स्वामी हैं जो अब आपके प्रथम भाव में वक्री हो रहे हैं। सूर्य की यह स्थिति मीन राशि के लोगों के लिए अनुकूल नहीं है। आपको इस समयावधि में अधिक अनुकूल परिणाम पाने की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। आप खुद को नकारात्मक विचारों से दूर रखें। बिना मांगे किसी को भी राय न दें। अपना खानपान भी ठीक रखें। सेहत के मामले में कोई भी रिस्क लेना ठीक नहीं होगा। खुश रहने की कोशिश करें और आलस से दूर रहें। धन के मामले में लापरवाही न बरतें और परिवार के सदस्यों के साथ विनम्रता से बात करें। आप रोज़ हनुमत साठिका का पाठ करें।
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज एआई ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. शनि मीन राशि में वक्री होंगे।
उत्तर. शनि ग्रह न्याय के देवता हैं।
उत्तर. 13 जुलाई 2025 को वक्री होने जा रहे हैं।